नेतरहाट विद्यालय
नेतरहाट विद्यालय
📍 पर्यटक जानकारी
पर्यटक स्थल का नाम | नेतरहाट विद्यालय |
पर्यटन श्रेणी | शैक्षणिक संस्थान |
ब्लॉक का नाम | महुआडांड़ |
जीपीएस निर्देशांक | 23.473046° N, 84.262559° E |
जिला मुख्यालय से दूरी | लगभग 83 किमी |
वार्षिक औसत पर्यटक आगमन | 44,000 |
🏫 नेतरहाट विद्यालय के बारे में
नेतरहाट विद्यालय, जिसे नेतरहाट आवासीय विद्यालय के नाम से भी जाना जाता है,
झारखंड के सबसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में से एक है।
यह केवल बालकों का विद्यालय है, जिसकी स्थापना 1954 में प्रसिद्ध शिक्षाविद
एफ. जी. पियर्स (F.G. Pearce) ने तत्कालीन अविभाजित बिहार सरकार के सहयोग से की थी।
पियर्स को भारत में स्काउट आंदोलन की शुरुआत का श्रेय भी दिया जाता है।
यह विद्यालय अपनी गुरुकुल-आधारित शिक्षा प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है।
विद्यालय का परिसर प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है, चारों ओर घने जंगल और हरियाली से घिरा हुआ।
परिसर के मध्य में रंग-बिरंगे फूलों से सजा एक बड़ा, सुसज्जित बगीचा है,
जो मुख्य भवन तक जाने का मार्ग बनाता है।
विद्यालय का मुख्य भवन औपनिवेशिक युग की स्थापत्य शैली में निर्मित है,
जिसमें ढलवां लाल-टाइलों की छत इसकी विशेष पहचान है।
मुख्य इमारत के दोनों ओर अर्धचंद्राकार, एक-मंज़िला कक्षाएँ स्थित हैं।
परिसर में महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अंबेडकर और स्वामी विवेकानंद जैसे
महान भारतीय नेताओं की प्रतिमाएँ और मूर्तियाँ इसकी भव्यता को और बढ़ाती हैं।