माँ उग्रतारा मंदिर, चंदवा – लातेहार
🛕 माँ उग्रतारा मंदिर, चंदवा – लातेहार
📍 पर्यटक जानकारी
पर्यटन स्थल का नाम | माँ उग्रतारा मंदिर |
पर्यटन स्थल की श्रेणी | श्रेणी C (धार्मिक / आध्यात्मिक) |
प्रखंड का नाम | चंदवा |
जीपीएस निर्देशांक | 23.739337° उ., 84.754303° पू. |
जिला मुख्यालय से दूरी | लगभग 37 किमी |
वार्षिक औसत पर्यटक संख्या | 1,42,871 (सीएमआरएसडी पर्यटन सर्वेक्षण 2023) |
🛕 माँ नगर भगवती उग्रतारा मंदिर के बारे में
माँ नगर भगवती उग्रतारा मंदिर, जिसे तंत्र शक्ति पीठ के रूप में भी जाना जाता है,
एनएच-99 पर चंदवा और बालूमाथ के बीच स्थित है, जो चंदवा नगर से लगभग 10 किमी दूर है।
हरे-भरे और मनमोहक पहाड़ों की तलहटी में बसा यह प्राचीन मंदिर क्षेत्र का एक अत्यंत महत्वपूर्ण
आध्यात्मिक एवं धार्मिक स्थल है, जहाँ आस्था और लोककथाओं का संगम देखने को मिलता है।
ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर प्राचीन काल में स्थापित हुआ और इसका ऐतिहासिक संबंध
टोरी के शासक पिताम्बर नाथ शाही और रानी अहिल्याबाई से जुड़ा है।
लोककथाओं के अनुसार, पिताम्बर नाथ शाही एक बार शिकार पर मांकरी गाँव आए थे। प्यास लगने पर जब वे
जोड़ा तालाब पर पानी पीने पहुँचे तो उन्हें तालाब में दो प्रतिमाएँ मिलीं—एक
माँ लक्ष्मी की और दूसरी माँ उग्रतारा की। आश्चर्यजनक रूप से उन्होंने कुछ दिन पहले इन्हीं प्रतिमाओं
को अपने स्वप्न में देखा था। इस दिव्य संकेत से प्रेरित होकर उन्होंने यहीं मंदिर निर्माण का निर्णय लिया।
एक अन्य कथा के अनुसार, रानी अहिल्याबाई ने बंगाल की यात्रा के दौरान यह संकल्प लिया कि
समाज के सभी वर्गों को समान पूजा-अधिकार प्राप्त हों। उन्होंने इस मंदिर का निर्माण करवाकर
उस समय की सामाजिक बाधाओं को तोड़ा और सभी जातियों के लिए पूजा का मार्ग प्रशस्त किया।
आज यह मंदिर अपने भव्य नवरात्रि उत्सव के लिए प्रसिद्ध है। नवरात्रि के दौरान
हजारों श्रद्धालु यहाँ आते हैं और भक्ति, संगीत एवं पारंपरिक अनुष्ठानों के बीच माँ उग्रतारा के
दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
📍 माँ उग्रतारा मंदिर, चंदवा का स्थान

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Maa Ugratara Mandir Chandwa